tag:blogger.com,1999:blog-2880097249222214869.post7375562528084456049..comments2023-10-15T00:40:36.801-07:00Comments on रचना यात्रा: यादों की लकीरेंRoop Singh Chandelhttp://www.blogger.com/profile/07746336325719389687noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2880097249222214869.post-16636330667358525042013-09-20T23:07:35.973-07:002013-09-20T23:07:35.973-07:00आपके लेखन के अथाह समंदर की मुरीद तो हूँ...पर पिता ...आपके लेखन के अथाह समंदर की मुरीद तो हूँ...पर पिता पर लिखे इस संस्मरण ने वास्तव में मन की गिरह खोल दी..अतीत और उस पर पिता के आशीष का साया..आपका एक एक शब्द जादू भरा रहा..पिता के जीवन के उतार चढ़ाव को बहुत की खूबी से कलम से आपने उतारा.. archana thakurnoreply@blogger.com